इस्राइल और ईरान के बीच युद्धविराम के बावजूद संघर्ष जारी

इस्राइल रक्षा बलों के प्रमुख ने मंगलवार को कहा कि "ईरान के खिलाफ अभियान खत्म नहीं हुआ है" जबकि दोनों देशों के बीच युद्धविराम लागू हो गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी यह आश्वासन दिया कि इस्राइल ईरान पर हमला नहीं करेगा और उन्होंने इस्राइल से अपने पायलटों को घर लाने का आदेश दिया।
इस्राइल ने 13 जून को ईरान के परमाणु स्थलों पर हमले शुरू किए थे, जिससे दोनों देशों के बीच आग का आदान-प्रदान शुरू हुआ। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के अनुसार, अमेरिका ने 22 जून को "ऑपरेशन मिडनाइट हैमर" के तहत ईरान के तीन परमाणु सुविधाओं पर हमला किया।
हालांकि, मंगलवार को रिपोर्ट मिली थी कि इस्राइल और ईरान ने ट्रम्प के मध्यस्थता से एक युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की थी, लेकिन बाद में इस्राइल ने ईरान पर मिसाइल लॉन्च करके इस समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। ट्रम्प ने इस संघर्ष के लिए दोनों पक्षों की निंदा करते हुए कहा कि इस्राइल को "वे बम मत गिराओ"।
दूसरी ओर, कतर के विदेश मंत्रालय ने ईरान के हमले की निंदा करते हुए कहा कि मिसाइलें नष्ट कर दी गई थीं और कोई हताहत नहीं हुआ। ईरान ने कतर की ओर कम से कम 14 मिसाइलें लॉन्च की थीं, जो क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा सकती हैं। यह घटनाक्रम यह दर्शाता है कि भले ही युद्धविराम का प्रयास किया गया हो, लेकिन दोनों देशों के बीच की तल्खी अभी भी बनी हुई है।