हर वर्ष 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य वायरल हेपेटाइटिस पर जागरूकता बढ़ाना है। हेपेटाइटिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें जिगर में सूजन आ जाती है, जिससे गंभीर जिगर रोग और जिगर के कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।

2025 के लिए निर्धारित थीम 'हेपेटाइटिस: आइए इसे तोड़ें' का लक्ष्य है वित्तीय, सामाजिक और प्रणालीगत बाधाओं को तोड़ना, जिसमें हेपेटाइटिस के उन्मूलन और जिगर कैंसर की रोकथाम के लिए कलंक भी शामिल है। क्रोनिक हेपेटाइटिस B और C मौन रूप से जिगर को नुकसान पहुंचाते हैं और कैंसर का कारण बनते हैं, जबकि ये पूरी तरह से रोके जा सकते हैं, उपचार योग्य हैं और हेपेटाइटिस C के मामले में, इलाज योग्य भी हैं।

यह थीम यह बताती है कि हमें हेपेटाइटिस सेवाओं — जैसे टीकाकरण, सुरक्षित इजेक्शन प्रथाएं, नुकसान को कम करने की रणनीतियाँ, और परीक्षण और उपचार — को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणालियों में सरल, स्केल अप और एकीकृत करने की आवश्यकता है। यह अभियान हमें याद दिलाता है कि हमें अब कार्रवाई करनी चाहिए ताकि 2030 तक हेपेटाइटिस को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में समाप्त किया जा सके। 2022 में लगभग 1.3 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस B और C से मर गए।