एक हैरान करने वाला मामला: दिल्ली की महिला के शरीर में सर्जिकल स्पंज का रहस्य

क्या आपने कभी सोचा है कि एक सर्जरी के बाद आपकी जिंदगी में एक ऐसा रहस्य छिपा हो सकता है, जो आपकी सेहत को खतरे में डाल सकता है? एक 38 वर्षीय महिला ने इसी अनुभव का सामना किया।
यह मामला दिल्ली का है, जहाँ एक महिला ने आपातकालीन सिजेरियन सेक्शन के बाद अपने निचले पेट के दाईं ओर दर्द की शिकायत की। डॉक्टरों ने इसे सामान्य ऑपरेशनल दर्द समझाया और इसे नजरअंदाज किया। हालांकि, जैसे-जैसे समय बीतता गया, दर्द बढ़ने लगा और एक गांठ भी बन गई।
चार साल बाद, जब महिला ने दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज कराना चाहा, तो डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन किया। इन परीक्षणों में यह स्पष्ट हुआ कि उसकी दर्द वाली जगह पर एक सिस्ट है, लेकिन यह नहीं पता चला कि इसके भीतर क्या है। पहले अनुमान के अनुसार यह एक मेसेंटेरिक सिस्ट था, जो आम तौर पर दर्द और असुविधा पैदा कर सकता है।
हालांकि, जब एमआरआई की गई, तो स्थिति और भी जटिल हो गई। डॉक्टरों को लगा कि इस सिस्ट में एक टैपवर्म हो सकता है, जो उस महिला के शरीर में तब प्रवेश कर गया होगा जब उसने संक्रमित भोजन खाया होगा।
बहुत से परीक्षण करने के बाद, डॉक्टरों ने अंततः सर्जिकल हस्तक्षेप करने का निर्णय लिया। ऑपरेशन के दौरान उन्हें पता चला कि सिस्ट छोटी आंत से जुड़ा हुआ था, जिसे काटना आवश्यक था। महिला ने इस सर्जरी के बाद बेहतर महसूस किया और वह अस्पताल से सात दिन बाद छुट्टी ले सकी।
जब सिस्ट को खोला गया, तो डॉक्टरों ने देखा कि इसमें एक सर्जिकल स्पंज फंसा हुआ था, जिससे अनुमान लगाया गया कि यह सिजेरियन सेक्शन के दौरान गलती से अंदर छोड़ दिया गया था। यह सिस्ट 20 सेंटीमीटर लंबा था, जो सामान्य मेसेंटेरिक सिस्ट से काफी बड़ा था।
शरीर में विदेशी वस्तुओं को खतरा मानते हुए, प्रतिरक्षा प्रणाली ने इसे एक सिस्ट में लपेट दिया। स्पंज के अंदर होने के कारण, शरीर ने इसे खत्म करने का प्रयास किया, लेकिन इसके विघटन में समस्या आई।
यह मामला इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक साधारण गलती गंभीर परिणामों का कारण बन सकती है। आमतौर पर, सर्जरी के बाद स्पंज या अन्य वस्तुओं को छोड़ना बहुत दुर्लभ है, लेकिन यह हर 1,500 से 1,000 सर्जरी में से एक बार होता है।
इस घटना के बाद, रिपोर्ट के लेखकों ने सुझाव दिया कि भविष्य में केवल रेडियो-डिटेक्टेबल स्पंजों का उपयोग किया जाए और ऑपरेशन के दौरान स्पंज की संख्या की गिनती की जाए।