क्या आपने कभी सुना है कि एक डॉक्टर ने अपने ही पैरों को काटने के लिए किसी को उकसाया हो? ये कहानी ऐसे ही एक सर्जन की है, जिसे सर्प्राइजिंग तरीके से अपने पैरों के खोने के पीछे एक झूठा दावा करने के लिए आरोपित किया गया है।

निल हॉपपर, 49, को ये आरोपित किया गया है कि उन्होंने यह दावा किया कि उनके पैरों में चोट सेप्सिस के कारण हुई थी, जबकि वास्तविकता कुछ और ही है। ट्रुरो, कॉर्नवॉल के निवासी हॉपपर पर दो बार धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है, और इसके साथ ही एक अन्य व्यक्ति को मांस के अंग काटने के लिए प्रेरित करने का भी आरोप लगा है।

ये आरोप उस वक्त के हैं जब उन्होंने 2019 में एक बीमा कंपनी को झूठी जानकारी दी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी चोटें आत्म-निर्मित नहीं थीं। इसके अलावा, हॉपपर ने एक वेबसाइट से वीडियो खरीदे, जिसमें अंगों को काटने की प्रक्रिया दिखाई गई थी, जो बाद में एक अन्य व्यक्ति को अंग काटने के लिए उत्साहित करने का कारण बनी।

हॉपपर को मार्च 2023 से रॉयल कॉर्नवॉल अस्पतालों में काम करने से निलंबित कर दिया गया था और उनका मेडिकल प्रैक्टिस भी दिसंबर 2023 से निलंबित है।

इस मामले में डेवोन और कॉर्नवॉल पुलिस ने बताया कि रॉयल कॉर्नवॉल अस्पताल के साथ मिलकर जांच की गई है। हॉपपर के खिलाफ और भी गंभीर आरोप हैं, जिनमें गंभीर शारीरिक नुकसान पहुंचाने का आरोप शामिल है।

यह भी ध्यान देने योग्य है कि हॉपपर ने 2020 में एक टेलीविजन शो में अपने सर्प्सिस के बारे में बात की थी, और उसी साल उन्हें ब्रिटेन के सबसे साहसी लोगों में से एक का खिताब मिला था।

क्या ये कहानी आपको चौंका रही है? क्या एक डॉक्टर ऐसा कर सकता है? हॉपपर का मामला हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं पर कितना भरोसा करते हैं।