शॉकिंग बदलाव: फ्रांस ने मान्यता दी Palestine को, इजरायल का गुस्सा!

क्या आपको पता है? फ्रांस ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए इस साल Palestine को एक स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता देने की घोषणा की है। यह घोषणा फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हाल ही में की, जिससे वैश्विक राजनीति में भूचाल आ गया है।
मैक्रों ने यह सूचना फिलिस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास को लिखे पत्र में दी, जिसे उन्होंने खुद भी ऑनलाइन साझा किया। इस निर्णय के तहत, मैक्रों ने कहा कि वह इस संबंध में औपचारिक घोषणा सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में करेंगे।
यह फ्रांस के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह G7 के किसी सदस्य द्वारा Palestine की मान्यता का पहला मामला है। अपने पोस्ट में, मैक्रों ने गाजा में तुरंत युद्धविराम की अपील की, बंधकों की रिहाई की मांग की, और क्षेत्र में मानवीय सहायता बढ़ाने का आह्वान किया।
लेकिन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस निर्णय की भर्त्सना की है, उन्हें लगता है कि यह आतंकवाद को पुरस्कृत करता है और इजरायल के लिए खतरा पैदा करेगा। नेतन्याहू ने कहा कि इस स्थिति में एक फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना इजरायल के लिए एक विनाशकारी कदम होगा।
हालांकि, इजरायल का विरोध उसके मित्र देशों पर दबाव बढ़ा रहा है, जैसे कि ब्रिटेन, जहाँ के नेता कीर स्टार्मर ने स्पष्ट किया कि फिलिस्तीनी लोगों का राज्य होना एक अविभाज्य अधिकार है। फिर भी, प्रधानमंत्री ने फिलिस्तीन को तत्काल मान्यता देने की अपीलों को टाल दिया है, यह मानते हुए कि यह तब ही होना चाहिए जब गाजा में युद्धविराम पर सहमति बनी हो।
कीर स्टार्मर ने कहा, "एक युद्धविराम हमें फिलिस्तीनी राज्य की मान्यता और दो-राज्य समाधान की ओर ले जाएगा, जो फिलिस्तीनी और इजरायली दोनों के लिए शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।" वर्तमान में, G20 के आधे सदस्य फिलिस्तीन को एक राज्य के रूप में मान्यता देते हैं, जबकि यूके, अमेरिका और जर्मनी समेत कुछ देश ऐसा नहीं करते।
हाल ही में, कीर स्टार्मर ने गाजा में मानवता के संकट पर बातचीत के लिए फ्रांस और जर्मनी के नेताओं के साथ 'आपातकालीन कॉल' करने की योजना बनाई। उन्होंने कहा कि वहां का पीड़ित और भुखमरी वाली स्थिति बर्दाश्त के बाहर है।
परिणामस्वरूप, यह बदलाव न केवल फ्रांस और इजरायल के बीच की राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करेगा, बल्कि वैश्विक मानवाधिकार चर्चाओं में भी एक नया मोड़ देगा।