क्या आप सोच सकते हैं कि एक स्कूल ट्रिप पर आपका बच्चा इतना बुरा हालत में लौटे कि उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़े? ऐसा ही हुआ जब सिमोन ओकली के बेटे, 12 वर्षीय ओलिवर, ने बार्सिलोना में एक जल पार्क में भयंकर सनबर्न का सामना किया।

सिमोन ओकली ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे ने स्कूल की ट्रिप के दौरान, 30 डिग्री सेल्सियस की गर्मी में बिना सूरज की क्रीम के दिन बिताया। जब ओलिवर अपने सहपाठियों के साथ एक हफ्ते की छुट्टी पर गया था, तो उसने लगभग 24 घंटे की यात्रा की थी। लेकिन क्या शिक्षकों ने इस बात की व्यवस्था की थी कि बच्चों को सही तरीके से सुरक्षित रखा जाए?

जब ओलिवर जल पार्क में गया, तो वह पूरी तरह से बिना सूरज की क्रीम के तड़पते लौट आया। सिमोन ने कहा, "मैंने जब देखा कि उसके बर्न कितने बुरे हैं, तो मैं बेहद दुखी हो गया।" ओलिवर ने यात्रा के दौरान अपने माता-पिता को बताया कि उसके कंधे और पीठ में बहुत दर्द हो रहा है। उसे अपने शरीर पर लाल और फफोले पड़े हुए थे।

सिमोन ने कहा, "दुख की बात यह है कि उसे इस दर्द के लिए केवल पैरासिटामोल दिया गया और उसके फफोलों पर भारी ड्यूटी प्लास्टर लगा दिए गए।" जब ओलिवर घर आया, तो उसके पास दूसरे डिग्री के बर्न थे, जिससे उसकी हालत और भी खराब हो गई। उसे प्रेस्टन रॉयल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां नर्सों ने उसके फफोलों को फोड़ दिया और क्षतिग्रस्त त्वचा को हटाया।

सिमोन ने कहा, "मैंने स्कूल में औपचारिक शिकायत दर्ज की है।" वह यह जानकर चौंक गए थे कि यात्रा के समय, सात शिक्षक उपस्थित थे, फिर भी उनके बेटे को सुरक्षा की कोई ध्यान नहीं दी गई।

ओलिवर ने 24 से 30 मई तक की इस यात्रा में भाग लिया, और उसके पिता ने बताया कि त्वचा को सामान्य होने में एक महीने का समय लगा। ओलिवर अब धूप में बाहर जाने से डरता है। सिमोन ने कहा, "मैं चाहता हूं कि अन्य माता-पिता इस बात को जानें कि ऐसा हो सकता है, और स्कूलों को इस पर ध्यान देना चाहिए।"

स्कूल ने इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की और केवल स्वचालित उत्तर भेजा है कि वे अब बंद हैं।