क्या आप जानते हैं कि बीजिंग में इस हफ्ते रिकॉर्ड बारिश ने एक भयानक बाढ़ को जन्म दिया है, जिससे कम से कम 30 लोगों की जान गई है? ये महज आकड़े नहीं हैं, बल्कि ये एक ऐसी आपदा की कहानी हैं, जिसने लाखों लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है।

इस सप्ताह बीजिंग और उसके आसपास के शहरों में बारिश का एक नया रिकॉर्ड बना है, जिसमें लगभग 90,000 लोगों को अपने घरों से भागना पड़ा है। यह बारिश इतनी भयंकर थी कि बीजिंग में सोमवार रात तक 16 सेंटीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई, और मंगलवार को 30 सेंटीमीटर और बारिश की उम्मीद की जा रही है।

मियुन जिले में, 28 लोग मारे गए और 17,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। यानछिंग जिले में दो लोगों की जान गई, जबकि पड़ोसी हेबेई प्रांत में एक भूस्खलन में चार लोग मारे गए। इस आपदा के चलते, और 10,000 लोगों को नजदीकी जिज़्होउ जिले से निकाला गया।

बीजिंग के अधिकारियों ने इस बाढ़ के बाद एक उच्च स्तरीय आपातकालीन प्रतिक्रिया शुरू की, लोगों को घरों में रहने का आदेश दिया, स्कूल बंद कर दिए और बाहरी पर्यटन पर रोक लगा दी।

चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने कहा कि मियुन में भारी बारिश और बाढ़ ने "गंभीर जनहानि" की है और उन्होंने बचाव प्रयासों की अपील की।

बाढ़ के कारण 130 से अधिक गांवों में बिजली चली गई, संचार लाइनें नष्ट हो गईं और 30 से अधिक सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। मियुन में बाढ़ ने गाड़ियों को बहा दिया और बिजली के खंभे गिरा दिए।

एक निवासी ने बताया, "बाढ़ इतनी तेजी से आई कि मैं अपने रिश्तेदारों से संपर्क नहीं कर सका।" उन्होंने आगे कहा, "यह अचानक था, और सब कुछ पानी में डूब गया।"

एक विशेषज्ञ ने कहा कि ऐसे मौसम के लिए कोई भी प्रणाली तैयार नहीं है, जो इतनी मात्रा में बारिश को संभाल सके। इस आपदा ने साबित कर दिया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण हमारे मौसम की स्थिति कितनी अप्रत्याशित हो सकती है।